कवि जेल के आसपास अन्य पक्षियों का चहकना भी सुनता होगा लेकिन उसने कोकिला की ही बात क्यों की है?
जब कवि जेल में था तो वह पूरे दिन में अनेक पक्षियों की आवाजें सुनता था लेकिन यहाँ उसने केवल कोयल की ही बात की है इसके पीछे अनेक कारण हैं| कोयल की एक अपनी विशिष्ट पहचान होती है। कोयल का मधुर गाना प्रेम, खुशी, सुख, वसंत, आदि का प्रतीक होता है। कोयल का काला रंग उसकी सुरीली आवाज के साथ एक अजीब से मेल को दर्शाता है। कोकिला की आवाज़ अन्य पक्षियों से अधिक मधुर तथा अलग होती है। आधी रात के गहरे अंधेरे में कोयल की हिलाकर र```ख देंने वाली कूक ने कवि को अंदर तक झकझोर कर रख दिया है। उसे ऐसा लगा कि उसकी तरह कोयल भी स्वयं को देश रूपी जेल में अनुभव कर रही है। ऐसा लग रहा था जैसे कोयल बाहर रो रही थी और कवि जेल के भीतर। इन्हीं विशेषताओं के कारण कवि ने कोयल को चुना होगा।