पक्षी को संदेशवाहक बनाकर अनेक कविताएँ एवं गीत लिखे गए हैं। एक गीत हैं।- ‘जा-जा रे कागा विदेशवा, मेरे पिया से कहियो संदेशवा’। इस तरह के तीन गीतों का संग्रह कीजिए। प्रशिक्षित पक्षी के गले में पत्र बाँधकर निर्धारित स्थान तक पत्र भेजने का उल्लेख मिलता है। मान लीजिए आपको एक पक्षी को संदेशवाहक बनाकर पत्र भेजना हो तो आप वह पत्र किसे भेजना चाहेगें और उसमें क्या लिखना चाहेंगे।


प्रश्न के आधार पर तीन गीतों का संग्रहः

1- संदेशे आते हैं, हमें तड़पाते हैं, तो चिट्ठी आती है, वो पूछे जाती है, के घर कब आओगे, के घर कब आओगे, लिखो कब आओगे, के तुम बिन ये घर सूना सूना है


2- पहले प्यार की पहली चिट्ठी साजन को दे आ, कबूतर जा, जा, जा!।


3- उड़ जा काले कांवा, तेरे मुंह विच खंड पांवा।


यदि मुझे किसी पक्षी को संदेशवाहक बनाकर पत्र भेजना पड़े तो मैं यह पत्र अपने दादा जी को भेजना चाहूंगा, जो अब हमारे साथ नहीं है। इस पत्र में मैं लिखूँगा कि मैं उन्हें बहुत याद करता हूं। वह भले ही यहां हमारे साथ नहीं है, लेकिन उनकी यादें, उनका प्यार और आशीर्वाद हमेशा हमारे पास रहेगा। पत्र में मैं उनके साथ बिताए कुछ यादगार पलों की बात करते हुए उनसे यही कहूंगा कि वह जहां भी रहें अच्छे से रहें और हमेशा अपना प्यार पहले की तरह दूसरों पर लुटाते रहें।


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