लेखक ने स्वीकार किया है कि लोगों ने उन्हें भी धोखा दिया है, फिर भी वे निराश नहीं है। आपके विचार से इस बात का क्या कारण हो सकता है?
लेखक ने इस तथ्य को स्वीकार किया है कि उसने लोगों से धोखा खाया है, फिर भी वह निराश नहीं है। मेरे विचार से इसका कारण यह है कि
(क) लेखक जीवन के प्रति आशावादी दृष्टिकोण रखने वाला व्यक्ति है।
(ख) वह ठगे जाने या धोखा खाने जैसी घटनाओं का बहुत कम हिसाब रखता है।
(ग) उसके साथ छल-कपट जैसी घटनाएँ हुई हैं, पर विश्वासघात नहीं या बहुत कम हुआ है।
(घ) लेखक के साथ ऐसी बहुत-सी घटनाएँ हुई हैं जब लोगों ने अकारण ही उसकी मदद की है।