कहानी में ‘मोटे-मोटे किस काम के हैं?’ किनके बारे में और क्यों कहा गया?
कहानी में ‘मोटे-मोटे किस काम के हैं?’ उन आलसी और कामचोर बच्चों पर तंज था जो कुछ काम नहीं करते थे। उनके बारे में ऐसा इसलिए कहा गया क्योंकि वे काम को हाथ लगाना तो दूर की बात है, खुद से उठकर पानी तक नहीं पी सकते थे। उन्होंने सारा काम नौकरों के भरोसे छोड़ रखा था। वह कभी खुद से कोई काम करना पसंद नहीं करते थे। उन्हें हर काम के लिए नौकरों की जरूरत थी। वे सिर्फ खा चाटकर मोटे हो रहे थे। इसी वजह से कहानी में ऐसे बच्चों के लिए ‘मोटे-मोटे किस काम के हैं?’कहा गया है।