किससे क्यों-कैसे

“पिताजी बोले, क्या मतलब? मैं कालीन बरबाद करवा लूँ?” ऊपर दिए गए वाक्य पर ध्यान दो और बताओ कि-


क) पिताजी ने यह बात किससे कही?


ख) उन्होंने यह बात क्यों कही?


घ) गौरेयों के आने से कालीन कैसे बरवाद होता?



क. गौरैयों ने घर में अपना घोंसला बना लिया था। इसे देखने के बाद मां ने कहा कि अब ये चिड़ियां यहां से नहीं जाने वाली। अब तक तो इन गौरैयों ने अंडे भी दे दिए होंगे। तब पिताजी ने गुस्साकर मां से कहा कि क्या मतलब मैं कालीन खराब करवा लूं।


ख. पिताजी ने ये बात इसलिए कही क्योंकि वो गुस्से में थे। घर में पहले से ही कई पक्षी, चूहे, बिल्ली और चीटी चिटियां थे। इसके बाद जब दो गौरैया घर में आ गई तो पिताजी का गुस्सा बढ़ गया। साथ ही मां ने भी यह बात बोल दी कि अब तो ये गौरैया यहां से नहीं जाने वालीं। तब पिताजी ने मां पर बिगड़ते हुए ये बात कही थी।


ग. घर में दो गौरैया ने अपना घोसला बना लिया था। घोसला पंखे के उपर था। उसके नीचे कालीन बिछी हुई थी। गौरैया घोसले के तिनके जमीन पर गिराती। इसके अलावा भी वो दिन भर गंदगी करती रहती| इन्हीं सब वजहों से कालीन के बरबाद होने का डर था|


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