समस्या और समाधान
कहानी में चित्रकार बना मोहन, शायर बना सोहन और संगीतकार बना श्याम अपनी-अपनी कला को महान बताने के साथ एक-दूसरे को छोटा-बड़ा बताने वाले संवादों को बोलकर झगड़े की समस्या को बढावा देते दिख रहे हैं। तुम उन संवादों को गौर से पढ़ो और उसे इस तरह बदलकर दिखाओ कि आपसी झगड़े की समस्या का समाधान हो जाए। चलो शुरुआत हम कर देते हैं; जैसे-‘चित्रकार कहात है उसकी कला महान’ के बदले अगर चित्रकार कहे कि ‘हम सबकी कला महान’ तो झगड़े की शायद शुरूआत ही न हो। अब तुम यह बताओ कि-
क) संगीतकार को क्या कहना चाहिए?
ख) शायर को क्या कहना चाहिए?
ग) तुम यह भी बताओ कि इन सभी कलाकारों को तुम्हारे अनुसार वह संवाद क्यों कहना चाहिए?
क) संगीतकार को कहना चाहिए था कि हम सभी की कला महान है लेकिन संगीत में एक ऐसी मधुरता होती है जो हर किसी के कानों को भा जाती है। फिर चाहे वो कोई जानवर भी क्यों न हो। संगीत की स्वर लहर से तो पशु-पक्षी तक मुग्ध हो जाते हैं।
ख) शायर को कहना चाहिए था कि हाँ संगीत में मधुरता होती है, वहीं चित्रकारी आँखों को अच्छी लगती है और मन को भाती भी है, लेकिन शायरी में तो शब्दों का ऐसा कलात्मक जादू है जो सीधा दिल को छू लेती है।
ग) सभी कलाकारों को ऐसा इसलिए कहना चाहिए, क्योकि हमें अपने साथ-साथ दूसरे की कला को भी तवज्जों देनी चाहिए। फिर चाहे वह संगीतकार हो, चित्रकार हो या शायर हो, सभी की कला महान है। ऐसा कहकर आप अपनी कला पर गौरवान्वित महसूस करेंगे।