अपने संस्कृत शिक्षक से पूछिए कि कालिदास ने हिमालय को देवात्मा क्यों कहा है?
कालिदास ने अपने काव्यग्रंथ मेघदूत में हिमालय को देवात्मा कहा है। कालिदास का मानना है कि हिमालय में देव बसते हैं। हिमालय एक बहुत ही पवित्र स्थान है। जहां मानव की पहुंच नहीं है। कालीदास ने कहा है कि अल्कापुरी कैलाश मानसरोवर के निकट है। अल्कापुरी को देव कुबेर की नगरी कहा जाता है। वहीं कैलाश को भगवान शिव का निवास स्थान भी माना गया है। इसके अलावा वहां अनेक ऋषि मुनि तपस्या के लिए जाते हैं। तप करके वो अपनी आत्मा को देवताओं समान पवित्र बना लेते हैं। इसी वजह से हिमालय को देवात्मा कहना गलत नहीं है।