नीचे दी गई पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिए-

सावधान! मेरी वीणा में------दोनों मेरी ऐंठी हैं।’



कवि समाज में परिवर्तन की लहर लाना चाहता है। इस पंक्ति में बताया गया है जीवन रूपी वीणा को सार्थक बनाने के लिए चिंगारी उत्पन्न होना जरूरी है। अगर समाज में बदलाव नहीं हुआ तो बाद में लोगों को कष्ट ही मिलेगा। अगर क्रांति छेड़ दें तो वर्तमान व्यवस्था छिन्न—भिन्न हो जाएगी। लोगों को जागरूक करते—करते अब वो टूटने लगा है लेकिन उसका उद्देश्य पूरा नहीं हो पा रहा है।


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