कहानी से
बलदेव और चीता दोनों गुब्बारे पर ऊपर उठते जा रहे थे। फिर भी चीते के बलदेव को कोई नुकसान क्यों नहीं पहुँचाया?
चीते ने बलदेव को कोई नुकसान इसलिए नहीं पहुँचाया क्योंकि जैसे जैसे गुबारा ऊपर उठ रहा था चीते को ऊंचाई से डर लग रहा था। बलदेव पर हमला करने से ज्यादा चीते को अपनी जान की फिक्र हो रही थी। उस वक्त वह बस अपनी जान बचाने के बारे में सोच रहा था।