अक्षरों के ज्ञान से पहले मनुष्य अपनी बात को दूर-दराज के इलाकों तक पहुँचाने के लिए किन-किन माध्यमों का सहारा लेता था?
अक्षरों के ज्ञान से पहले मनुष्य अपनी बात को दूर-दराज के इलाकों तक पहुँचाने के लिए चित्र-संकेतों का सहारा लेता था। जैसे पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। आगे चलकर इन्हीं चित्रों ने भाव-संकेतों का रूप ले लिया और मनुष्य इनके माध्यम से अपनी बात दूसरों तक पहुँचाने लगा।