‘अनादि काल’ में रेखांकित शब्द का अर्थ है जिसकी कोई शुरुआत या आदि न हो। यह शब्द मूल शब्द के शुरू में कुछ जोड़ने से बना है। इसे उपसर्ग कहते हैं। इन उपसर्गों को अलग करके मूल शब्दों को लिखकर उनका अर्थ समझो-
असफल -------------------- अदृश्य ---------------------
अनुचित --------------------- अनावश्यक --------------------
अपरिचित ---------------------- अनिच्छा ---------------------
शब्द | उपसर्ग | मूल शब्द | अर्थ |
असफल | अ | सफल | जिसे सफलता न मिली हो। |
अनुचित | अन् | उचित | जो ठीक (उचित) न हो। |
अपरिचित | अ | परिचित | जिसे हम जानते-पहचानते न हों। |
अदृश्य | अ | दृश्य | जो दिखाई न दे |
अनावश्यक | अन् | आवश्यक | जो जरूरी न हो। |
अनिच्छा | अन् | इच्छा | बिना रूचि के। |