इस कविता के अंत में कवि माँ से चंद्रोदय दिखा देने की बात क्यों कर रहा है? चाँद के उदित होने की कल्पना करो और अपनी कक्षा में बताओ।
आकाश में चांद का निकलना बच्चों को बहुत अच्छा लगता है। बच्चों को ऐसा लगता है कि यह कोई खेलने की चीज है जिस वजह से वह माता-पिता से उसे हाथ में लेने की जिद करने लगते हैं। इसलिए कविता में कवि ने चंद्रोदय दिखाने की बात कही है।
सूरज के ढलने के बाद चंद्रमा के निकलने के वक्त आसमान की छटा देखने लायक होती है। एक तरफ सूरज अस्त हो रहा होता है तो वहीं चांद आसमान में उजागर हो रहा होता है। चंद्रमा की चांदनी से सारा आकाश बेहद सुंदर लगता है। चंद्रमा की शीतलता आंखों को ठंडक और मन को सुकून प्रदान करती हैं।