गाँधीजी ने श्रीमती पोलक के बच्चे का दूध कैसे छुड़वाया?


श्रीमती पोलक का बच्चा उन्हीं का दूध पीता था। पोलक बहुत परेशान थीं कि कैसे वह बच्चे का दूध छुड़वाएं। एक दिन गांधी जी देर रात आए और उन्होंने बच्चे को पोलक के पास से उठाकर अपनी चारपाई पर सुलाया। अपने पास पानी से भरा बर्तन भी रख लिया ताकि बच्चे को प्यास लगे तो वह उसे पिला सकें। बच्चा आराम से सो गया। आगे भी गांधीजी लगातार ऐसा करते रहे और इसी तरह पोलक के बच्चे का दूध छूट गया|


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