आपके विचार से भोलानाथ अपने साथियों को देखकर सिसकना क्यों भूल जाता है?
शिशु अपनी स्वाभाविक आदत के अनुसार अपनी उम्र के बच्चों के साथ खेलने में रूचि लेता है। वह उनके साथ खेलते अथवा वक्त विताते समय हुल्लड़वाजी और मस्ती में अपनी सभी परेशानियाँ भूल जाता है| इस पाठ के शिशु भोलानाथ के साथ भी ऐसा ही है| जब वह अपने दोस्तों के बीच जाता है तो रोने-सिसकने को भूलकर खेलकूद में व्यस्त हो जाता है| दूसरा कारण यह भी है कि हम सभी अपने दोस्तों के बीच अथवा अपनी उम्र के साथियों के साथ अपना अधिकतर वक्त गुजारते हैं और उनके बीच रोते हुए या सिसकते हुए पाए जाने पर वे हमारा उपहास उड़ा सकते हैं या हम पर हस सकते हैं| यही स्थिति इस पाठ के बच्चे के साथ है इसी कारण से वह अपनी उम्र के साथियों के बाच आकर रोना-सिसकना भूल जाता है ताकि वे उसका मजाक न उड़ायें|