प्रदूषण के कारण स्नोफॉल में कमी का जिक्र किया गया है? प्रदूषण के और कौन-कौन से दुष्परिणाम सामने आए हैं, लिखें।
प्रदूषण के कारण स्नोफॉल में कमी का ठीक ही जिक्र किया गया है। ऐसा लेखिका ने हिमालय क्षेत्र के भ्रमण के दौरान पाया भी। उन्हें वहाँ बताया गया कि बर्फ सिर्फ ‘कटाओ’ क्षेत्र में दिखने को मिलेगा जबकि अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण के कारण स्नोफॉल में काफी कमी आ गयी है। कटाओ क्षेत्र में बर्फ दिखने का कारण यह था की वहाँ न तो दुकानें हैं, न अन्य व्यावसायिक माध्यमों की उपस्थिति| उस क्षेत्र में मानव के कम दखल होने के कारण वहाँ प्रकृति का मूल स्वरुप बना हुआ है इसीलिये वहाँ पर्याप्त मात्रा में बर्फवारी होती है|
प्रदूषण के कई और भयंकर परिणाम जैसे- अंटार्कटिका क्षेत्र में वर्फ पिघलने से समुद्र तल की उंचाई बढने पर पृथ्वी के तटीय इलाकों के डूबने जैसी स्थिति लगातार बन रही है। जल स्त्रोतों के प्रदूषित होने के कारण पीने योग्य स्वच्छ जल की कमी, वायु प्रदुषण के कारण स्वच्छ हवा की कमी आदि दुष्परिणाम भी सामने आये हैं| प्रदुषण मानव के अस्तित्व के लिए ख़तरा है अतः इसे गंभीरता से लेना आवश्यक है| अगर समाज इसे गंभीरता से नहीं लेता तो भविष्य में इसके भयानक परिणाम सामने आ सकते हैं|