भारत के स्वाधीनता आंदोलन में दुलारी और टुन्नू ने अपना योगदान किस प्रकार दिया?


दुलारी और टुन्नू ने स्वाधीनता की लड़ाई में अपनी सामर्थ्य से अधिक योगदान दिया| वे दोनों ही समाज के निम्न वर्ग से आते थे और सामान्य जन थे उसके पश्चात भी उन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई| स्वंत्रता संघर्ष के दौरान जब विदेशी वस्त्रों की होली जलाई जा रही थी तब दुलारी ने गरीब होते हुए भी मैंनचेस्टर एवं लंकाशायर की मिलों में बनी सूत की मखमली किनारों वाली नई कोरी धारियों वाली साड़ियों के बण्डल को बिना सोच विचार के आग में फेंककर आन्दोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया| साथ ही स्वतंत्रता की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए टुन्नू ने अपनी जान गँवा दी| इस प्रकार से इन दोनों ने भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में अपने सामर्थ्य एवं सोच से अधिक योगदान दिया|


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