निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

कवयित्री किसका पथ आलोकित करना चाह रही हैं?


कवयित्री प्रस्तुत कविता में अपने प्रियतम का पथ आलोकित करना चाह रही है। साथ ही उनके राह को आलोकित करना कवयित्री आसान नहीं मान रही हैं। उनका इस प्रयोजन हेतु अपने मन रूपी दीपक को जलाना अनिवार्य प्रतीत हो रहा है। सबसे प्रमुख बात अपने आप को इस हेतु तैयार करने को लेकर कवयित्री प्रयत्त्नशील भी दिख रही हैं। कवियत्री अपने प्रियतम का पथ इसलिए आलोकित अथवा प्रकाशित करना चाहती हैं ताकि वे ईश्वर तक पहुँच सके क्योंकि अगर रास्ता अंधकारमय होगा तो वे अपने लक्ष्य तक कैसे पहुँचेगी इसीलिये वे अपने प्रियतम टाक पहुँचने के पथ को प्रकाशित करना चाहती हैं|


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