क्रियाएँ मुख्यतः दो प्रकार की होती हैं-सकर्मक और अकर्मक।

सकर्मक क्रिया- वाक्य में जिस क्रिया के प्रयोग में कर्म की अपेक्षा रहती है, उसे सकर्मक क्रिया कहते हैं;


जैसे-शीला ने सेब खाया।


मोहन पानी पी रहा है।


अकर्मक क्रिया- वाक्य में जिस क्रिया के प्रयोग में कर्म की अपेक्षा नहीं होती, उसे अकर्मक क्रिया कहते हैं;


जैसे-शीला हँसती है।


बच्चा रो रहा है।


नीचे दिए वाक्यों में कौन-सी क्रिया है- सकर्मक या अकर्मक? लिखिए-


(क) उन्होने वहीं हाथ पकड़ लिया।


(ख) फिर चोरों-सा जीवन कटने लगा।


(ग) शैतान का हाल भी पढ़ा ही हौगा।


(घ) मैं यह लताड़ सुनकर आँसू बहाने लगा।


(ड-) समय की पाबंदी पर एक निबंध लिखो।


(च) मैं पीछे-पीछे दौड़ रहा था।


(क) सकर्मक (ख) अकर्मक

(ग) सकर्मक (घ) सकर्मक


(ड) सकर्मक (च) अकर्मक


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