निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-

आज जो बात थी वह निराली थी’-किस बात से पता चल रहा था कि आज का दिन अपने आप में निराला है? स्पष्ट कीजिए।


26 जनवरी 1931 का दिन अपने आप में निराला था। यह कलकत्ता वासियों के लिए स्वतंत्रता दिवस मनाने का और अपनी स्वतंत्रता की चाह को उजागर करने का अभूतपूर्व अवसर था। पूरे शहर में उत्साह और जोश देखते ही बन रहा था| कलकत्तावासी पूरे उत्साह पूरी नवीनता के साथ इस दिन को यादगार दिन बनाने की तैयारी में जुटे थे। अंग्रेज़ी सरकार के कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बाद भी बड़ी संख्या में लोग लाठी खाकर भी जुलूस में भाग ले रहे थे। पूरा शहर झंडो से सज़ा था| पुलिस की ज्यादतियों के वावजूद भी स्त्रियों ने इस आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस दिन अंग्रज़ी कानून को खुली चुनौती देकर कलकत्तावासियों ने देश-प्रेम और एकता का अपूर्व प्रर्दशन किया। पुलिस भरपूर तैयारी के बावजूद भी इनको रोक पाने में असफल रही|


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