‘सच, अकेलेपन का मजा ही कुछ और है’-इस कथन के आधार पर लेखिका की बहन एवं लेखिका के व्यक्तित्व के बारे में अपने विचार व्यक्त कीजिए।
लेखिका एवं उनकी बहन जिंदा दिल थी एवं ज़िंदकी को भरपूर जीने में विश्वास रखती थी। हर अच्छी बुरी परिस्थिति का डट कर सामना करने में विश्वास रखती थी। वह दृढ़ निश्चयी स्वभाव कि थी। इसका पता हमें इस बात से लगता है की अत्यधिक बारिश होने एवं सब के मना करने के बावजूद लेखिका की बहन विद्यालय जाती थी तो दूसरी तरफ अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने हेतु लेखिका ने कर्नाटक में स्कूल खोला। ये सारी बातें लेखिका के स्वतंत्र व्यक्तित्व, हिम्मत, धैर्य और लीक से हटकर अपनी अलग राह चलने वाले व्यक्तित्व की ओर संकेत करते हैं।