किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?
कहानी के कुछ प्रसंगों के माध्यम से यह बात स्पष्ट होती है की हीरा और मोती दोनों बैलों में गहरी दोस्ती थी –
(1) दोनों एक दूसरे को चाटकर और सूंघकर अपना प्रेम प्रकट करते थे। इससे उनकी गहरी दोस्ती और आत्मीयता की पहली झलक मिल जाती है|
(2) जब ये दोनों बैल हल या गाड़ी में जोत दिए जाते तो दोनों ज़्यादा से ज़्यादा बोझ स्वयं झेलकर दूसरे को कम बोझ देने की चेष्टा करते।
(3) नाद में खली-भूसा पड़ जाने के बाद दोनों साथ ही नाँद में मुँह डालते और साथ ही बैठते थे। एक के मुँह हटा लेने पर दूसरा भी हटा लेता था।
(4) जब कुछ लोगों ने खेत से पकड़कर ले जाने के लिए दोनों को घेर लिया तब हीरा निकल गया परन्तु मोती के पकड़े जाने पर वह भी बंधक बनने के लिए स्वयं ही लौट आया।
(5) कांजीहौस की दीवार के टूटने पर जब हीरा ने भागने से मना कर दिया तो अवसर होने के बावजूद भी मोती उसे छोड़कर नहीं भागा।